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टाइगर जैसी सोच रखो, तो दुनिया तुम्हारे कदमों में होगी!"
विक्रांत टाइगर लेखक
"दोस्तों, जब हम टाइगर की बात करते हैं, तो सबसे पहली चीज़ जो दिमाग में आती है, वो है—बेबाकी, ताकत और अपराजेय जज़्बा! टाइगर जंगल का राजा क्यों है? क्योंकि उसमें ऐसे खास गुण होते हैं, जो उसे न केवल सबसे अलग बनाते हैं, बल्कि उसे हर हाल में जीत दिलाते हैं।
आज मैं आपको टाइगर के उन्हीं गुणों के बारे में बताने जा रहा हूँ, जो अगर आप अपने अंदर ले आएं, तो आप भी अपनी ज़िंदगी के जंगल में राजा बन सकते हैं।
1. फोकस – अपने लक्ष्य पर अडिग रहना
टाइगर जब शिकार पर निकलता है, तो उसकी नज़र सिर्फ अपने टारगेट पर होती है। चाहे कितने ही ध्यान भटकाने वाली चीजें हो या रुकावटें आएं, वो तब तक नहीं रुकता जब तक अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर लेता।
जिंदगी में भी यही करना है—अपना ध्यान भटकने मत दो, सिर्फ अपने लक्ष्य पर फोकस रखो!
2. धैर्य – सही समय का इंतजार
टाइगर कभी भी जल्दबाजी में हमला नहीं करता। चाहे कितने की घंटे उसे इंतजार करना पड़े, वह अपने शिकार पर नजर लगाए रखता है, एक पल के लिए भी वह शिकार से नजरें नहीं हटाता है, क्योंकि वह जानता कि चूक गया तो उसे भूखे रहना होगा, जो कि उसे कतई पसंद नहीं है। इसलिए वो सही मौके का इंतजार करता है और फिर पूरी ताकत से वार करता है।
सफलता भी उन्हीं को मिलती है, जो धैर्य रखते हैं, खुद को तैयार करते हैं, और सही वक्त पर सही कदम उठाते हैं। अपने शिकार पर यानी हर समय अपने लक्ष्य पर नजर गड़ाये रखते हैं।
3. हिम्मत – निडर होकर आगे बढ़ना
टाइगर किसी से डरता नहीं, वो जंगल का सबसे निडर प्राणी है। वो जानता है कि डर के आगे जीत है। डर जब सामने हो तो बिना डरे उस पर प्रहार करो। ऐसे बनो कि डर भी डर जाये, ऐसे बनो कि फिर तुम्हारे जैसा कोई न हो।
अगर तुम्हें ज़िंदगी में बड़ा बनना है, तो डर को हराना होगा। डर तुम्हें रोक सकता है, लेकिन अगर तुम टाइगर की तरह निडर बन गए, तो कोई तुम्हें नहीं रोक सकता!
4. अकेले दम पर चलने की ताकत
टाइगर अकेला चलता है, लेकिन उसकी ताकत पूरी दुनिया महसूस करती है। टाइगर की सेना का नेतृत्व यदि एक भेड़िया करता है तो वो सेना हार जाएगी और यदि भेड़ियों की सेना का नेतृत्व टाइगर करता है तो उसे कोई नहीं हरा सकता। लीडरशीप सीखें। नेतृत्व करना सीखें। अकेले आगे बढ़ने का हौंसला रखे।
अगर तुम सच में कुछ बड़ा करना चाहते हो, तो अकेले चलने का दम रखो। भीड़ के साथ मत चलो, बल्कि खुद को इतना मजबूत बनाओ कि भीड़ तुम्हारे पीछे चले।
5. आत्मसम्मान – अपनी पहचान खुद बनाना
टाइगर दूसरों की पहचान से नहीं जीता, वो खुद अपनी पहचान बनाता है। वो शेर के साथ चलकर खुद को बड़ा नहीं दिखाता, बल्कि अपनी अलग पहचान बनाता है। किसी को कॉपी मत करो, अपनी अलग पहचान बनोओ।
अगर तुम्हें सफल होना है, तो दूसरों की नकल छोड़ो और खुद की पहचान बनाओ। लोग तुम्हें फॉलो करें, ऐसा कुछ करो।
6. ऊर्जा और जोश – अपने भीतर की आग को जलाए रखो
टाइगर की चाल में, उसकी आंखों में, उसके हर मूव में एक जोश होता है। वो कभी सुस्त नहीं पड़ता। ऊर्जा को हाई लेवल बनाए रखने के लिए एक्सरसाइज करें या मार्शल आर्ट सीखें। आप टाइगर कराटे डोजो से फ्री में आत्म रक्षा का 6 माह का कोर्स भी कर सकते हो।
अगर तुम्हें टाइगर बनना है, तो तुम्हारे अंदर हमेशा जोश रहना चाहिए। कभी हार मत मानो, कभी थको मत, और हमेशा अपनी ऊर्जा को ऊंचा रखो।
"टाइगर की तरह जियो, टाइगर की तरह बढ़ो!"
"दोस्तों, इस दुनिया में वही जीता है, जो टाइगर की तरह सोचता है, टाइगर की तरह चलता है, और टाइगर की तरह दहाड़ता है। इसलिए खुद से वादा करो—आज से कोई बहाने नहीं, कोई डर नहीं, कोई रुकावट नहीं। बस एक ही मकसद
—टाइगर बनना, और अपनी दहाड़ से सभी समस्याओं और मुश्किलों की पेंट गीली कर देनी है।
Do it you can
"Are you ready to roar like a tiger?"
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