मिस बीट्राइस ने किया एनआईआईएलएम विश्वविद्यालय का किया दौरा

भारत में मलावी उच्चायोग की राजनयिक एवं शिक्षा अताशे मिस बीट्राइस ने किया एनआईआईएलएम विश्वविद्यालय, कैथल का दौरा

चीफ रिपोर्टर विक्रांत टांक 

हरियाणा/कैथल : एन आई आई एल एम विश्वविद्यालय कैथल हरियाणा को मलावी उच्चायोग की राजनयिक एवं शिक्षा अताशे मिस बीट्राइस का विश्वविद्यालय परिसर में उनके आधिकारिक दौरे के दौरान स्वागत करने का गौरव प्राप्त हुआ। यह आयोजन अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक सहयोग को बढ़ावा देने और भारत तथा मलावी के बीच सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक संबंधों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
मिस बीट्राइस का विश्वविद्यालय के शीर्ष नेतृत्व द्वारा भव्य स्वागत किया गया, जिसमें माननीय कुलपति प्रोफेसर डॉ. शमीम अहमद, डीन अकादमिक डॉ. आर.के. गुप्ता, वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय की डीन डॉ. रेखा गुप्ता, अंतर्राष्ट्रीय छात्र विकास प्रकोष्ठ (आईएसडीसी) की निदेशक डॉ. एकता चहल, सहायक रजिस्ट्रार श्री सरबजीत, रजिस्ट्रार डॉ. राजीव दहिया, आईएसडीसी की महासचिव डॉ. सुमन, जन संपर्क अधिकारी डॉ मनोज कुमार,आतिथ्य प्रभारी अशोक कुमार, तथा सभी सम्मानित विभागाध्यक्ष एवं संकाय सदस्य शामिल थे। अपने परिसर भ्रमण और शैक्षणिक एवं प्रशासनिक टीमों के साथ बातचीत के दौरान,मिस बीट्राइस ने उत्कृष्टता, नवाचार और वैश्विक प्रासंगिकता पर आधारित उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए एनआईआईएलएम विश्वविद्यालय की अटूट प्रतिबद्धता की प्रशंसा की। उन्होंने विविध राष्ट्रीयताओं के छात्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ बनाने हेतु दूरदर्शी पहल करने के लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन को हार्दिक बधाई दी।
उन्होंने विश्वविद्यालय के समावेशी वातावरण की विशेष रूप से सराहना की, जो सभी छात्रों के लिए, चाहे उनकी पृष्ठभूमि कुछ भी हो, समानता और समान अवसर सुनिश्चित करता है। उन्होंने संकाय सदस्यों की उल्लेखनीय उपलब्धियों और शैक्षणिक उत्कृष्टता एवं वैश्विक छात्र विकास के प्रति उनके समर्पण की भी सराहना की। मिस बीट्राइस ने विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम की गहरी प्रशंसा की, जिसमें भारतीय परंपराओं और भारत-मलावी के बीच एकता की भावना को दर्शाया गया। वे अपने आतिथ्य से अभिभूत थीं और उन्होंने एनआईआईएलएम विश्वविद्यालय में प्राप्त गर्मजोशी भरे और समृद्ध अनुभव के लिए आभार व्यक्त किया।
अपने समापन भाषण में, मिस बीट्राइस ने अंतर्राष्ट्रीय शैक्षिक साझेदारियों के महत्व पर ज़ोर दिया और एनआईआईएलएम विश्वविद्यालय तथा मलावी के संस्थानों के बीच आगे के शैक्षणिक सहयोग की संभावनाओं को तलाशने में गहरी रुचि व्यक्त की।

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